सतनाम धर्म के संवैधानिक मान्यता को लेकर के सतनामी समाज के लोगों के द्वारा 1 दिसंबर को महाआंदोलन का कार्यक्रम बिलासपुर में रखा गया है देखें पूरी खबर क्या है मामला...

October/26/2022
दैनिक जनअवाम // खोज निष्पक्ष //

पीताम्बर कुमार की खास खबर...


बिलासपुर दिनांक//26/10/2022// : सतनाम धर्म के संवैधानिक मान्यता को लेकर बिलासपुर अमेरी सतनाम भवन में बैठक रखा गया। पहले समस्त सतनामी समाज को सतनाम धर्म बोला जा रहा था पूरे सतनामी समाज सतनाम धर्म विचार संदेश अपना करके एक सतनामी बना हम आपको बता दें कि सतनाम धर्म के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास जी हर जाति संप्रदाय को मानव मानव एक समान का संदेश दिया और साथ में छुआछूत जात पात रूढ़ीवादी से समाज को दूर रखा बाबा गुरु घासीदास जी ने सतनाम धर्म का प्रचार प्रसार पूरे भारतवर्ष में जोर-शोर के साथ किया सतनाम धर्म के विचार एवं संस्कृति को देखते हुए कई जाति संप्रदाय के लोगों ने सतनाम धर्म को अपनाया जहां एक सतनाम धर्म सतनामी समाज का निर्माण हुआ। हम आपको बता दें कि, सन 1881 ईसा पूर्व में सतनामी समाज के सतनाम धर्म को अंग्रेज शासन के द्वारा गजटईयर में अंकित किया गया, जहां सतनाम धर्म के विचार संस्कार को देखते हुए हिंदू मुस्लिम सिख इसाई एवं अन्य धर्मों के लोगों ने सतनाम धर्म को अपनाया हम आपको बता दें कि सन 1950 से पहले सतनाम धर्म का एक नाम चला करता था फिर सतनाम धर्म को 1950 में हिंदू धर्म में परिवर्तित कर दिया गया,
सतनामी समाज के आचार विचार को देखते हुए साजिश पूर्वक सतनामी समाज के साथ साजिश करते हुए सतनाम धर्म को संविधान में जगह नहीं दिया गया। सतनाम धर्म को हिन्दू धर्म में संविधान जगह दिया गया ,जो हमारी सतनामी समाज के अन्याय किया गया , इस सारी मुद्दो को दिखते हुवे: हर गांव ,शहर, ब्लॉक जिला में बैठक किया जा रहा है जहां 1 दिसंबर 2022 को सतनामी समाज सतनाम धर्म के संविधानिक मान्यता को लेकर महा आंदोलन करेंगे बिलासपुर बैठक के दौरान लगभग 12 सतनामी समाज के संगठनों के द्वारा समर्थन मिला सभी लोगों ने अभी से तैयारी करते हुए हर गांव के लोगों शहर के लोगों को जागरूक कर रहे हैं ताकि एक लाख जनसंख्या बिलासपुर महा आंदोलन में जा सके। इस बैठक में समस्त सतनामी समाज एवं समस्त संगठन समिति के लोग उपस्थित रहेंगे छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति उत्थान संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार सतनामी के द्वारा  बतलाया गया की मीटिंग के दौरान विभिन्न मुद्दों पर  चर्चा परिचर्चा  किया गया

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