बाल दिवस के अवसर पर स्कूल में किया गया विभिन्न स्पर्धा का अयोजन

November/15/2021

Mungeli /JanAvaam/पीताम्बर खांडे/संपादक/

छत्तीसगढ़ बेमेतरा से नील कपूर घिवरे की रिपोर्ट 



बेमेतरा 15 नवम्बर


बेमेतरा:- 2021-राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा दो चरणों में अखिल भारतीय जागरूकता और आउटरीच अभियान आजादी का अमृत महोत्सव के तहत चलाया जा रहा है। जिसके अनुक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के पदेन अध्यक्ष जिला न्यायाधीश श्री जयदीप विजय निमोणकर के दिशा-निर्देशन में 14 नवम्बर बाल दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा की सचिव/व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 श्रीमती जसविंदर कौर अजमानी मलिक एवं प्रशिक्षु न्यायाधीश सुश्री नीति द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जेवरा में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया। साथ ही राज्य विधिक सेवा प्रािधकरण बिलासपुर के निर्देशन पर स्कूली बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें चित्रांकन (ड्राईंग), निबंध लेखन, स्लोगन (नारा) लेखन, लघु फिल्म क्लीप निर्माण प्रतियोगिता में स्कूली छात्र-छात्राओं ने अधिक संख्या में भाग लिया।

प्राधिकरण की सचिव श्रीमती मलिक ने मोबाईल, व्हाटसअप, फेसबुक के माध्यम से होने वाले अपराध, नाबालिग रहने के दौरान अपराधिक गतिविधियों में न रहकर अपने भविष्य की सुरक्षा करने और सायबर क्राईम के बारे में जानकारी दी छात्राओं द्वारा पूछे गये प्रश्नो का उत्तर देकर उन्हें भविष्य कानून के संबंध में जानकारी रखने हेतु प्रोत्साहित किया। उक्त शिविर में कु. पूनम पाटिल, कु. हीरा साहू, पलक, कु. सबा परवीन, कु. कुसुम, कु, पूनम साहू (लघु फिल्म क्लीप), एवं हुमेश कुमार, कु. अर्चना, कु. सोनाक्षी (निबंध लेखन), कु. ज्योति पाटिल, कु. लक्ष्मी कोसले, कु. दीप्ति, (स्लोगन), नंदकुमार, कु. खेमेश्वरी साहू, कु. प्रियंका, (चित्रकला), कु. शालू, कु. दामिनी, कु. अनिशा (रंगोली) ने भाग लिया। प्रतिभागिायों को सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा द्वारा प्रमाण प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। समापन समारोंह में स्कूल छात्र-छात्रों विधिक जागरूकता के तख्तियों के साथ प्रभात फेरी निकाली गई। उक्त अवसर पर तालुका विधिक सेवा समिति साजा के द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या शाला के द्वारा भी प्रभात फेरी निकाली गई। शिविर में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेमेतरा के प्राचार्य एम. आर धु्रव ने अतिथिओं का आभार व्यक्त किया।

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