November/22/2021
Mungeli /JanAvaam/पीताम्बर खांडे/संपादक/
छत्तीसगढ़ बेमेतरा से नील कपूर घिवरे की रिपोर्ट
आखिर तीनों काले कानून विवश होकर किसानों के आगे नतमस्तक होकर झुकना पड़ा ,, , सत्य की हमेशा विजयी होती हैं । पूरे देशभर के किसानों के द्वारा उग्र आंदोलन की गई ,केंद्र सरकार के द्वारा अनेक हतकंडे अपनाऐ गए किसानों पर ट्रक चलवाया गया ,अश्रुगैस छोड़े गए ,डंडे बरसाया गया ,लेकिन हमारे किसान भाईयों के जोश और जुनून के आगे ये सब साजिशें विफल रही। किसानों कोलगातार प्रताड़ित किया गया ताकि वह इस आंदोलन को खत्म कर दें और केंद्र सरकार के तीनों काले कानून स्वीकार कर ले ,लेकिन हमारे किसान भाईयों ने लगातार ठंडी,गर्मी,बरसात हर संघर्ष से जूझते हुए इस आंदोलन को अनवरत जारी रखा।और आज परिणाम स्वरूप झूठ व अन्याय की हार हुई और सत्य न्याय की जीत हुई । निश्चित ही इस संघर्ष में किसानों के साथ ही देश की हर एक नागरिक की जीत हैं।किसान अन्नदाता हैं जिन्हें भगवान का दर्जा दिया गया है ,किसान हमारे देश की रीड हड्डी हैं जिनके साथ इस तरह का अन्याय अत्याचार कतई बर्दाश्त नहीं था। निश्चित ही ये चुनावी दंगल को देखते हुए केंद्र सरकार की कोई न कोई तरह की किसानों को लुभावने की यह नई तरकीब हैं।
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